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तृतीया तिथि कब है इस महीने में – Tritiya Tithi Kab Hai 2024


Tritiya Kab Hai 2024 (Tritiya Tithi): हिन्दू कलैंडर के अनुसार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन को तृतीया कहते हैं। एक चंद्र मास में दो और साल में 24 तृतीया तिथि होती है। तो आइये जानते है साल 2024 में तृतीया तिथि कब है


तृतीया कब है 2024 | Tritiya Kab Hai 2024

तृतीया कब है इस महीने में

2024 जनवरी से दिसंबर तक की तृतीया तिथि की सूची नीचे टेबल में दी गई है। चलिए देखते है हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस महीने में तृतीया कब है

दिनांकपक्षदिन
14 जनवरी 2024शुक्ल पक्षरविवार
28 जनवरी 2024कृष्ण पक्षरविवार
12 फरवरी 2024शुक्ल पक्षसोमवार
27 फरवरी 2024कृष्ण पक्षमंगलवार
12 मार्च 2024शुक्ल पक्षमंगलवार
28 मार्च 2024 कृष्ण पक्षगुरुवार
11 अप्रैल 2024शुक्ल पक्षगुरुवार
27 अप्रैल 2024कृष्ण पक्षशनिवार
10 मई 2024शुक्ल पक्षशुक्रवार
26 मई 2024कृष्ण पक्षरविवार
9 जून 2024शुक्ल पक्षरविवार
24 जून 2024कृष्ण पक्षसोमवार
8 जुलाई 2024शुक्ल पक्षसोमवार
9 जुलाई 2024शुक्ल पक्षमंगलवार
24 जुलाई 2024कृष्ण पक्षबुधवार
7 अगस्त 2024शुक्ल पक्षबुधवार
22 अगस्त 2024कृष्ण पक्षगुरुवार
6 सितंबर 2024शुक्ल पक्षशुक्रवार
20 सितंबर 2024कृष्ण पक्षशुक्रवार
5 अक्टूबर 2024 शुक्ल पक्षशनिवार
6 अक्टूबर 2024शुक्ल पक्षरविवार
20 अक्टूबर 2024कृष्ण पक्षरविवार
4 नवंबर 2024शुक्ल पक्षसोमवार
18 नवंबर 2024कृष्ण पक्षसोमवार
4 दिसंबर 2024शुक्ल पक्षबुधवार
18 दिसंबर 2024कृष्ण पक्षबुधवार
Tritiya Tithi 2024

तृतीया तिथि का महत्व

तृतीया तिथि की स्वामिनी गौरी है इसीलिए इस तिथि को माता गौरी की पूजा करना कल्याणकारी होता है।

तृतीया तिथि कार्यों में विजय प्रदान कराने वाली होती है। इस तिथि के दिन किसी पर या किसी काम में आपको जीत हासिल करनी हो तो उसके लिए इस तिथि का चयन बेहद अनुकूल माना जाता है।

इस तिथि में सैन्य शक्ति संग्रह, कोर्ट-कचहरी के मामले निपटाना, शस्त्र खरीदना, वाहन खरीदना जैसे काम शुभ माना जाता है।

तृतीया तिथि पर्व

तृतीया तिथि के दौरान विभिन्न पूजा-पाठ और त्यौहार मनाए जाते हैं। ऎसे त्यौहार और उत्सव जो तृतीया तिथि के अवसर पर आयोजित होते हैं –

  • अक्षय तृतीया

10 मई 2024 – वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के रुप में मना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन से ही चार धाम की यात्रा भी आरंभ होती है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो इस दिन किया गया कार्य का फल अक्षय होता है। धार्मिक दृष्टि से देखे तो अक्षय तृतीया के दिन दान पुण्य के कार्य करने चाहिए। साथ ही इस दिन सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है।

  • हरियाली तीज

7 अगस्त 2024 – श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को तीज उत्सव मनाया जाता है। तीज के समय प्रकृति में भी सुंदर छठा दिखाई देती है इसीलिए इसे हरियाली तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस त्यौहार में पेड़ों पर झूले डाले जाते हैं और झूले जाते हैं। महिलाएं इस दिन विशेष रुप से व्रत रखती हैं।


FAQ- तृतीया कब है | Tritiya Kab Hai

1. जनवरी में तृतीया तिथि कब की है?

इस साल जनवरी महीने में 14 तारीख को शुक्ल पक्ष की और 28 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

2. फरवरी में तृतीया तिथि कब की है?

इस साल फरवरी महीने में 12 तारीख को शुक्ल पक्ष की और 27 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

3. मार्च में तृतीया तिथि कब की है?

मार्च महीने में 12 तारीख को शुक्ल पक्ष और 28 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

4. अप्रैल में तृतीया तिथि कब की है?

अप्रैल महीने में 11 तारीख को शुक्ल पक्ष और 27 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

5. मई में तृतीया तिथि कब की है?

मई महीने में 10 तारीख को शुक्ल पक्ष और 26 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

6. जून में तृतीया तिथि कब की है?

जून महीने में 9 तारीख को शुक्ल पक्ष और 24 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

7. जुलाई में तृतीया तिथि कब की है?

जुलाई महीने में 8 व 9 तारीख को शुक्ल पक्ष और 24 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

8. अगस्त में तृतीया तिथि कब की है?

अगस्त महीने में 7 तारीख को शुक्ल पक्ष और 22 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

9. सितम्बर में तृतीया तिथि कब की है?

सितम्बर महीने में 6 तारीख को शुक्ल पक्ष और 20 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

10. अक्टूबर में तृतीया तिथि कब है?

अक्टूबर महीने में 5 व 6 तारीख को शुक्ल पक्ष और 20 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

11. नवंबर में तृतीया तिथि कब की है?

नवंबर महीने में 4 तारीख को शुक्ल पक्ष और 18 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।

12. दिसंबर में तृतीया तिथि कब की है?

दिसंबर महीने में 4 तारीख को शुक्ल पक्ष और 18 तारीख को कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है।


हिंदू कैलेंडर की अन्य तिथियाँ

हिंदू कैलेंडर में हर महीने (चंद्र मास) में 30 तिथियां होती हैं क्योंकि एक चंद्र मास में दो पक्ष होते हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष और प्रत्येक पक्ष में 15-15 तिथियां होती है। दोनों पक्षों में 14 तिथियां समान होती है लेकिन कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि अमावस्या और शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि पूर्णिमा कही जाती है। हिंदू पंचांग की तिथियाँ है–

  1. प्रतिपदा (पड़वा, एकम) – चंद्र मास की पहली तिथि
  2. द्वितीया (दूज) – चंद्र मास की दूसरी तिथि
  3. तृतीया (तीज) – चंद्र मास की तीसरी तिथि
  4. चतुर्थी (चौथ) – चंद्र मास की चौथी तिथि
  5. पंचमी (पंचमी) – चंद्र मास की पांचवी तिथि
  6. षष्ठी (छठ) – चंद्र मास की छठी तिथि
  7. सप्तमी (सातम) – चंद्र मास की सातवीं तिथि
  8. अष्टमी (आठम) - चंद्र मास की आठवीं तिथि
  9. नवमी (नौमी) – चंद्र मास की नवमी तिथि
  10. दशमी (दसम) – चंद्र मास की दशमी तिथि
  11. एकादशी (ग्यारस) – चंद्र मास की ग्यारवीं तिथि
  12. द्वादशी (बारस) – चंद्र मास की बाहरवीं तिथि
  13. त्रयोदशी (तेरस) – चंद्र मास की तेहरवीं तिथि
  14. चतुर्दशी (चौदस) – चंद्र मास की चौहदवीं तिथि
  15. पूर्णिमा (पूरनमासी, पूर्णमासी) – शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि
  16. अमावस्या (अमावस) – कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि

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